रात में 1 बजे के बाद है सोने की आदत? जानें आपके मेंटल हेल्थ पर क्या पड़ रहा असर, स्टडी में हुए चौंकाने वाले खुलासे
Advertisement
trendingNow12348253

रात में 1 बजे के बाद है सोने की आदत? जानें आपके मेंटल हेल्थ पर क्या पड़ रहा असर, स्टडी में हुए चौंकाने वाले खुलासे

Late sleeping Side effects: सिर्फ सोना ही काफी नहीं है. सेहतमंद रहने के लिए समय पर सोना और पर्याप्त नींद पूरी करना भी जरूरी है. ऐसा नहीं करने का असर आपके मेंटल हेल्थ पर बहुत गंभीर हो सकता है.

रात में 1 बजे के बाद है सोने की आदत? जानें आपके मेंटल हेल्थ पर क्या पड़ रहा असर, स्टडी में हुए चौंकाने वाले खुलासे

अक्सर आपने ये सुना होगा कि "पूरी नींद लेना" सेहत के लिए कितना जरूरी है. लेकिन देर रात तक जागना भी सेहत के लिए खतरनाक है. खासतौर पर यदि आप रात में लेट सोकर सुबह 8 घंटे की नींद पूरी किए बिना ही उठ जाते हैं. इससे न सिर्फ थकान का कारण बनता है, बल्कि ये आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है.

इंपीरियल कॉलेज लंदन के एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि जो लोग रात 1 बजे के बाद सोते हैं, उनमें मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा ज्यादा होता है. इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यूके बायो बैंक के 73,888 लोगों के डेटा का विश्लेषण किया. इन सभी लोगों ने बताया कि वो रोजाना औसतन कितनी नींद लेते हैं और उनकी नींद की आदतें कैसी हैं. साथ ही, इन लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का भी मूल्यांकन किया गया. 

रात में 1 बजे के बाद सोने के नुकसान

अध्ययन के नतीजे चौंकाने वाले रहे. शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग देर रात यानी रात 1 बजे के बाद सोते थे, उनमें अवसाद, चिंता और न्यूरो डेवलपमेंटल विकार जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा ज्यादा था.  

इसे भी पढ़ें- Snoring Side Effects: खर्राटे लेने की आदत बना रही आपके दिल-दिमाग को कमजोर,असमय मौत से बचने के लिए करें ये उपाय

 

देर से सोने की आदत सेहत के लिए खराब

दिलचस्प बात ये है कि अध्ययन में पाया गया कि जो लोग सुबह जल्दी उठते थे, लेकिन रात को देर से सोते थे, उन पर भी रात 1 बजे से पहले सोने वालों के जितना ही कम मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा था. इसका मतलब ये है कि देर से सोने की आदत ही मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, चाहे आप सुबह जल्दी उठते हों या नहीं. 

दिमाग के हेल्थ के लिए नींद जरूरी

अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता डॉ. डेविड स्टुपाखर का कहना है कि नींद हमारे दिमाग और शरीर के लिए ईंधन की तरह है. देर रात तक जागने से नींद का पूरा चक्र बाधित होता है, जिसका असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि देर रात सोने से मानसिक स्वास्थ्य पर क्या सीधा असर पड़ता है. इस पर आगे और शोध की जरूरत है. 

नींद नहीं आती तो करें ये काम

ज्यादातर लोग रात में देर से सोने की एक ही वजह बताते हैं कि नींद नहीं आती है. यदि आपके साथ भी यह परेशानी है तो हर दिन 7-8 बजे तक डिनर करें. खाना कम तेल-मसाले वाला और हल्का रखें. शाम 4 बजे के बाद चाय-कॉफी या शराब का सेवन ना करें. रात में सोने से पहले तेल से तलवों में हल्की मालिश करें. सोने से 1 घंटे पहले डिवाइस का इस्तेमाल ना करें. इसकी जगह किताब पढ़ें. रोज इस शेड्यूल को फॉलो करें आपका स्लिपिंग रूटीन पूरी तरह से ठीक हो जाएगा. 

Trending news